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बीए सेमेस्टर-1 चित्रकला प्रथम प्रश्नपत्र

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2675
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-1 चित्रकला प्रथम प्रश्नपत्र

प्रश्न- एलोरा के भित्ति चित्रों का वर्णन कीजिए।

अथवा
एलोरा के चित्रों की व्याख्या कीजिए।

उत्तर -

एलोरा गुहा मन्दिर के भित्ति चित्र - एलोरा गुहा वास्तु एवं तक्षण के साथ-साथ भित्ति चित्र का भी महत्त्वपूर्ण केन्द्र रहा है। यहाँ के सभी मन्दिर बाहर एवं भीतर दोनों ओर से चित्रित थे किन्तु अब नष्ट हो चुके हैं। इन मन्दिरों में प्रमुख रूप से कैलाशनाथ, लंकेश्वर, इन्द्रसभा और गणेश नामक गुहाओं के भित्ति चित्र उल्लेखनीय रहे हैं। ये चित्र आठवीं से दसवीं शती ई० के मध्य निर्मित किए गए हैं। प्रारम्भिक भित्ति चित्र शैव गुहा मन्दिर (कैलाश गुहा मन्दिर) में मिलते हैं। ये भित्ति चित्र रंगीन व अनोखी चित्रकारी के कारण इस गुहा मन्दिर को 'रंगमहल' भी कहा गया है। इन भित्तिचित्रों पर चित्रों की कई तहें बनायी गयी हैं जिसके कारण अधिकांश चित्र मिट' गये हैं या धूमिल पड़ गये हैं। इनमें अजन्ता परम्परा वाली चित्रकारी होते हुए भी ह्रास के लक्षण दिखायी पड़ते हैं। शनै: शनै: यहाँ के चित्रों में अपभ्रंश वाली शैली दिखायी पड़ती है। यहाँ पर सवा चश्म वाले चेहरे विशेष रूप से बनाये गये हैं तथा नासिका का अंकन अधिक लम्बाई में किया गया है। इतना ही नहीं बल्कि भाव-भंगिमा में भी जकड़न तथा कोणीयपन स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है।

कैलाश गुहा मन्दिर के भित्ति चित्र -

इस गुहा मन्दिर में की गयी भित्ति चित्रकारी उत्तम कोटि की है। यहाँ प्राप्त कुछ भित्ति चित्र इस प्रकार हैं-

(1) नटराज शिव का चित्र - यह चित्र मण्डप की छत पर बनाया गया है। इस चित्र में नटराज शिव को 'चतुरा' मुद्रा में अंकित किया गया है जिनकी दस भुजाएँ बनी हुई हैं। इस चित्र में देवमण्डल देवियों के साथ नटराज शिव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए चित्रित किया गया है। यह चित्र अत्यन्त भावयुक्त एवं आकर्षक है।

(2) गरुड़ पर आरूढ़ लक्ष्मी-नारायण – यह चित्र सम्भवतः पहले चित्र के ऊपर होने के उपरान्त बने हुए हैं। यहाँ पहले सुन्दर आलेखन रहा होगा। इस चित्र में गरुड़ पर आरूढ़ वैष्णवी देवी को चित्रित किया गया है जिनका मुख दाहिनी ओर मुड़ा हुआ अंकित किया गया है। देवी के दोनों हस्त प्रणाम की मुद्रा में बने हुए हैं तथा उनके सिर पर भारी जूड़ा बना हुआ है। देवी की मुख मुद्रा एकदम शान्त तथा नेत्र नीचे की तरफ झुके हुए बनाये गये हैं। इनकी नासिका अत्यन्त नुकीली है जो गाल के बाहर निकली हुई अंकित की गयी है। देवी के दोनों ओर पार्श्व में उड़ने वाली देव बालाओं की आकृतियाँ बनायी गयी हैं। लेकिन बादलों के अंकन में अजन्ता वाली कलाकारी दिखायी नहीं पड़ती है। देवी के अंग-प्रत्यंग के अंकन में चित्रकार ने जकड़न पैदा कर दी है। इस प्रकार इस चित्र में कुछ हद तक ह्रास वाली प्रवृत्ति दिखायी पड़ने लगती है।

(3) युद्ध दृश्य - कैलाश गुहा मन्दिर के पश्चिमी गलियारे में एक अनोखे युद्ध दृश्य का अंकन किया गया है। इस युद्ध दृश्य के अश्वों में आश्चर्यचकित कर देने वाली गतिमयता दिखायी गयी है। इन अश्व समूहों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो वह युद्ध क्षेत्र में अपना स्थान ग्रहण करने को अति उत्सुक है और इसीलिए पूरी ताकत के साथ अपनी अश्व शक्ति का उत्तम परिचय दे रहे हैं। सभी अश्व सजे-धजे हैं और अश्व सवार भी पूरी तन्मयता के साथ अश्व की लगाम को अपने हाथों में पकड़ा है। अश्व सवार के मुखमण्डल पर भय तथा चिन्ता न होकर प्रसन्नता झलक रही है। इसी चित्र में कुछ मानवाकृतियाँ ढाल तथा तलवार लिए हुए अंकित की गयी हैं। सभी मानवाकृतियाँ एक पंक्ति में बनायी गयी हैं तथा सभी मानवाकृतियों के दाहिने हाथ तलवार लिए हुए ऊपर की ओर उठे हैं। इन मानवाकृतियों के मुखमण्डल पर सतर्कता व त्याग के भाव झलक रहे हैं। मध्य में किसी सम्राट या सेनापति का चित्र अंकित किया गया है जो अपने दाहिने हाथ को आदेश देने की मुद्रा में ऊपर उठाये हुए अश्व पर सवार है। इस मानवाकृति के सिर पर छत्र का अंकन किया गया है जिसके कारण ही यह दल का सेनापति या सम्राट प्रतीत होता है। यह चित्र उत्तमकोटि का है तथा अश्वों में गति दिखाने में चित्रकार ने अपनी पूर्ण कुशलता का परिचय दिया है।

(4) कमल पुष्प-पत्र युक्त आलंकारिक आलेखन - एलोरा गुहा मन्दिर में महाकमल का सुन्दर आलेखन किया गया है। इस चित्र में कमल के साथ हाथी, मछली, फूल तोड़ती अप्सराओं का चित्रण किया गया है। इस चित्र के चारों ओर चौड़ी पट्टियाँ बनायी गयी हैं, जिसमें विविध प्रकार के सुन्दर दृश्य अंकित किए गए हैं। यह चित्र हाशियायुक्त होने के कारण सीमित दिखायी पड़ता है। इसमें अजन्ता वाली अनवरतता दिखलायी नहीं पड़ती है।

सुन्दर आलेखन के साथ वहाँ पर बादलों में विचरते विद्याधरों का भी अंकन किया गया है। विद्याधरों की उड़ती पंक्ति अत्यन्त ही मनोहारी है। लेकिन बादलों के अंकन में चित्रकार को उतनी सफलता नहीं मिल पायी है जितनी अजन्ता के बादलों के चित्रण में प्राप्त हुई है। एलोरा गुहा के बादल रुई के फाहे सदृश्य दिखायी पड़ते हैं फिर भी एलोरा गुहा के सभी चित्र सजीव दिखायी पड़ते हैं।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- कला अध्ययन के स्रोतों पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
  2. प्रश्न- प्रागैतिहासिक भारतीय चित्रकला की खोज का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
  3. प्रश्न- भारतीय प्रागैतिहासिक चित्रकला के विषयों तथा तकनीक का वर्णन कीजिए।
  4. प्रश्न- भारतीय चित्रकला के साक्ष्य कहाँ से प्राप्त हुए हैं तथा वे किस प्रकार के हैं?
  5. प्रश्न- भीमबेटका क्या है? इसके भीतर किस प्रकार के चित्र देखने को मिलते हैं?
  6. प्रश्न- प्रागैतिहासिक काल किसे कहते हैं? इसे कितनी श्रेणियों में विभाजित कर सकते हैं?
  7. प्रश्न- प्रागैतिहासिक काल का वातावरण कैसा था?
  8. प्रश्न- सिन्धु घाटी के विषय में आप क्या जानते हैं? सिन्धु कला पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
  9. प्रश्न- सिन्धु घाटी में चित्रांकन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  10. प्रश्न- मोहनजोदड़ो - हड़प्पा की चित्रकला को संक्षेप में समझाइए।
  11. प्रश्न- सिन्धु घाटी सभ्यता की कला पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  12. प्रश्न- जोगीमारा की गुफा के चित्रों की विषयवस्तु तथा शैली का विवेचन कीजिए।
  13. प्रश्न- कार्ला गुफा के विषय में आप क्या जानते हैं? वर्णन कीजिए।.
  14. प्रश्न- भाजा गुफाओं पर प्रकाश डालिये।
  15. प्रश्न- नासिक गुफाओं का परिचय दीजिए।
  16. प्रश्न- अजन्ता की गुफाओं की खोज का संक्षिप्त इतिहास बताइए।
  17. प्रश्न- अजन्ता की गुफाओं के चित्रों के विषय एवं शैली का परिचय देते हुए नवीं और दसवीं गुफा के चित्रों का वर्णन कीजिए।
  18. प्रश्न- अजन्ता की गुहा सोलह के चित्रों का विश्लेषण कीजिए।
  19. प्रश्न- अजन्ता की गुहा सत्रह के चित्रों का विश्लेषण कीजिए।
  20. प्रश्न- अजन्ता गुहा के भित्ति चित्रों की विशेषताएँ लिखिए।
  21. प्रश्न- बाघ गुफाओं के प्रमुख चित्रों का परिचय दीजिए।
  22. प्रश्न- अजन्ता के भित्तिचित्रों के रंगों पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
  23. प्रश्न- अजन्ता में अंकित शिवि जातक पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
  24. प्रश्न- सिंघल अवदान के चित्र का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
  25. प्रश्न- अजन्ता के चित्रण-विधान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  26. प्रश्न- अजन्ता की गुफा सं० 10 में अंकित षडूदन्त जातक का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  27. प्रश्न- सित्तन्नवासल गुफाचित्रों पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
  28. प्रश्न- बादामी की गुफाओं की चित्रण शैली की समीक्षा कीजिए।
  29. प्रश्न- सिगिरिया की गुफा के विषय में बताइये। इसकी चित्रण विधि, शैली एवं विशेषताएँ क्या थीं?
  30. प्रश्न- एलीफेण्टा अथवा घारापुरी गुफाओं की मूर्तिकला पर टिप्पणी लिखिए।
  31. प्रश्न- एलोरा की गुहा का विभिन्न धर्मों से सम्बन्ध एवं काल निर्धारण की विवेचना कीजिए।
  32. प्रश्न- एलोरा के कैलाश मन्दिर पर टिप्पणी लिखिए।
  33. प्रश्न- एलोरा के भित्ति चित्रों का वर्णन कीजिए।
  34. प्रश्न- एलोरा के जैन गुहा मन्दिर के भित्ति चित्रों का विश्लेषण कीजिए।
  35. प्रश्न- मौर्य काल का परिचय दीजिए।
  36. प्रश्न- शुंग काल के विषय में बताइये।
  37. प्रश्न- कुषाण काल में कलागत शैली पर प्रकाश डालिये।
  38. प्रश्न- गान्धार शैली के विषय में आप क्या जानते हैं?
  39. प्रश्न- मथुरा शैली या स्थापत्य कला किसे कहते हैं?
  40. प्रश्न- गुप्त काल का परिचय दीजिए।
  41. प्रश्न- “गुप्तकालीन कला को भारत का स्वर्ण युग कहा गया है।" इस कथन की पुष्टि कीजिए।
  42. प्रश्न- अजन्ता की खोज कब और किस प्रकार हुई? इसकी प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करिये।
  43. प्रश्न- भारतीय कला में मुद्राओं का क्या महत्व है?
  44. प्रश्न- भारतीय कला में चित्रित बुद्ध का रूप एवं बौद्ध मत के विषय में अपने विचार दीजिए।

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